ताजा समाचार

हम सभी विधानसभाओं में बूथ तक जाएंगे और कार्यकर्ताओं को मजबूत करेंगे : डॉ. सुशील गुप्ता

  • सत्य खबर रोहतक, 13 जून

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने बाढ़ के रोकने के इंतजामों को लेकर हरियाणा सरकार को घेरा। उनके साथ संगठन मंत्री अश्विनी दुल्हेड़ा, जिला अध्यक्ष बिजेंद्र हुड्डा, राजेंद्र शर्मा, रविंद्र मटरू, रणदीप राणा, कविता शर्मा और शिव मोहन गुप्ता भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पिछले साल बाढ़ आई, जिसमें हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई और मकान डूब गए। जिसमे जान और माल दोनों का नुकसान हुआ। लेकिन इतनी भीषण बाढ़ से सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। जहां बाढ़ का कहर बरपा वहां आज भी तटबंध कमजोर हैं और सायफन में घास-फूंस से अटे पड़े हैं। बीजेपी सरकार ने बाढ़ से तबाही रोकने के लिए योजना तो बनाई परंतु कुछ काम नहीं किया।

उन्होंने कहा कि 29 जून से मानसून आ जाएगा, परन्तु अभी तक कोई तैयारी नहीं है। प्रदेश में पिछले साल जुलाई में यमुना, घग्गर, मारकंडा और सरस्वती नदी ने कहर बरपाया था। हजारों एकड़ फसल तबाह हुई थी। पशुओं का नुकसान भी लोगों को झेलना पड़ा। इस भीषण बाढ़ को एक साल बीतने को है, लेकिन हालात में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जिस हालत में नदियों व नहरों के तटबंध थे, अब भी जस के तस हैं।

उन्होंने कहा कि जब मैंने कुरुक्षेत्र लोकसभा का चुनाव लड़ा, इस दौरान मैं हर गांव में गया। ग्रामीणों का कहना था कि बीजेपी सरकार सिर्फ वादे करती है, लेकिन धरातल पर काम नहीं करती। लोगों का कहना है कि यदि पानी से होने वाली तबाही रोकने के लिए कुछ किया जाता तो लोगों को ये आर्थिक नुकसान नहीं झेलना पड़ता। पानीपत में किसानों ने बताया कि यूपी सरकार हर बार स्टड़ों की मरम्मत करती है, इसलिए यूपी की तरफ यमुना का कटाव बहुत कम होता है, लेकिन हरियाणा में हर बार प्रबंध अच्छे नहीं होते।

Punjab News: रात के सन्नाटे में गूंजे धमाके जलंधर गांव में दहशत का माहौल! क्या जालंधर अब सुरक्षित नहीं?
Punjab News: रात के सन्नाटे में गूंजे धमाके जलंधर गांव में दहशत का माहौल! क्या जालंधर अब सुरक्षित नहीं?

उन्होंने कहा कैथल के ग्रामीणों का कहना था कि बाढ़ के बाद से किसी अधिकारी ने घग्गर पर आकर तक नहीं देखा। अब जब मानसून सिर पर है तो अधिकारी नदी पर घूम रहे हैं। सरकार की इस लापरवाही के कारण सोनीपत, अम्बाला, कैथल, यमुनानगर व फतेहाबाद में किसान इस बार भी बाढ़ के खतरे की चपेट में आ सकते हैं। सोनीपत में यमुना नदी का क्षेत्र सोनीपत जिले में करीब 41.74 किलोमीटर है। कई गांवों के खेतों में भी बड़े स्तर भूमि कटाव पिछले साल हुआ था। सरकार ने बांध या बड़े कटाव की जगह अभी कोई व्यवस्था नहीं की है। पिछली बार भी सिंचाई विभाग ने स्टड के निर्माण में कोताही बरती थी। कायदा से तो इतने वर्ष बीत जाने के बाद सारी ठोकरें पत्थर की बन जानी चाहिए थी। क्योंकि जहां पत्थर की ठोकर हैं, वहां कटाव नहीं होता है। बढ़ौली गांव में ही 70 एकड़ से अधिक जमीन में कटाव हुआ था। लेकिन उस गांव में अभी तक धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि कैथल में घग्गर ने पिछले वर्ष गुहला चीका एरिया में तबाही मचाई थी। मिट्टी से साइफन अवरुद्ध हो गए थे। यदि नदी में ज्यों ही पानी की मात्रा बढ़ेगी, सायफन जवाब दे जाएगा। वहीं फतेहाबाद में घग्गर नदी के ओवरफ्लो होने से पिछले साल जुलाई में जाखल, रतिया व फतेहाबाद इलाके में आई भीषण बाढ़ से प्रशासन ने 1 साल बाद भी सबक नहीं लिया। जिले में 13 ड्रेनों की सफाई का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है। जबकि मात्र 15 दिन मानसून के बचे हैं।

उन्होंने कहा कि पूरा हरियाणा इस बात से डरा हुआ है जो इन नदियों के पास है कि हमारा क्या होगा। लेकिन हरियाणा की बीजेपी सरकार को बिल्कुल भी लोगों के जान, माल और खेत की कोई परवाह नहीं है। आम आदमी पार्टी सरकार और प्रशासन से निवेदन करती है कि तुरंत युद्ध स्तर पर इन तटबंधों की रक्षा की जाए और बाढ़ को रोकने उपाए किए जाएं। नहरों से फालतू रेत की छटाई कराई जाए और सायफन को मजबूत करे। ताकि बाढ़ से राहत मिल सके।

Punjab News: बठिंडा एयरफोर्स स्टेशन के पास धमाका रेड अलर्ट में बदला शहर! गांवों में छाया डर का माहौल
Punjab News: बठिंडा एयरफोर्स स्टेशन के पास धमाका रेड अलर्ट में बदला शहर! गांवों में छाया डर का माहौल

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि दिल्ली सिंचाई मंत्री यमुना की सफाई करवा चुके हैं और बाढ़ से निपटने के प्रबंध करवाए जा रहे हैं। जल संकट पर कहा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने राजस्थान में सरकार बनने के बाद हरियाणा के हिस्से का पानी राजस्थान में भेज दिया। दिल्ली और हरियाणा को भी अपने हिस्से का पानी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सीट पर कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी को जितनी वोट मिली इतनी जेजेपी, इनेलो और बसपा को 10 सीटों पर भी नहीं मिली। हरियाणा में इंडिया गठबंधन की पांच सीटों पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा है, नहीं तो नतीजे कुछ और भी हो सकते थे। वहीं संगठन को लेकर सभी संगठन मंत्रियों के साथ भी बैठक हुई। आम आदमी पार्टी ने तय किया कि हम सभी विधानसभाओं में बूथ तक जाएंगे और कार्यकर्ताओं को मजबूत करेंगे। आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।

Back to top button